आयुष्मान कार्ड
आदिवासी क्षेत्र की ऊंची पहाड़ों की चोटियों से लेकर नगरों में लगाए जा रहे शिविर
खरगोन जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑपरेशन गंगा का आयोजन किया गया।
इस ऑपरेशन में इलेक्शन मोड में आयुष्मान कार्ड बनाने की शुरुआत हुई है। इस ऑपरेशन के तहत न सिर्फ नगरों की तंग गलियों में बल्कि खेत खलिहान, दुकान, भवन और भगवानपुरा व झिरन्या क्षेत्र की ऊंची-ऊंची पहाड़ियों तक गंगा ऑपरेशन में कार्ड बनाए गए।
झिरन्या जनपद क्षेत्र में ऑपरेशन गंगा के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने का सिलसिला जारी है, यहां गांवों और फलियाओ में मुनादी कर छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को सूचित किया गया।
शिविर/कैम्प लगाए गए
इसके बाद सुबह 6 बजे फिर मुनादी की गई। सुबह से ही मैदानी अमले ने कार्ड बनाने के लिए नेटवर्क विहीन क्षेत्रों से निकल कर नेटवर्क वाले स्थल पर शिविर/कैम्प लगाए गए।
इसके बाद आसपास के पूरे क्षेत्र के पात्र नागरिकों को पहाड़ों तक मोटर सायकिल से पहुंचाया गया।
जो लोग आ सकते थे उन्हें प्रेरित किया गया। बड़वाह जनपद में पॉकेट्स में कुछ पंचायतें चयन कर उन पर पूरा अमले ने केंद्रीय होकर कार्य किया।
भगवानपुरा जनपद क्षेत्र में गंगा ऑपरेशन में जनपद की 15 पंचायतों पर फोकस किया गया था।
ये ऐसी पंचायतें है जहां आयुष्मान कार्ड लंबित रहने वालों की संख्या ज्यादा है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बाइक से भी परिवहन कर पात्रों को नेटवर्क इलाकों तक लाया गया।
हर 2-2 घंटे की प्रगति रिपोर्ट मांगी गई
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने गूगल मीट के माध्यम से राजस्व, नगरीय निकाय, स्वास्थ्य, महिला बाल विकास विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के अमले को ऑपरेशन गंगा के बारे में बताया गया।
इसके बाद चुनावी मोड़ में कार्ड बनाने के निर्देश देते हुए हर 2-2 घंटे में प्रगति रिपोर्ट देने को कहा गया था।
