बलकवाड़ा माइक्रो उदवहन सिंचाई परियोजना के निरीक्षण के लिए पहुँचे कलेक्टर श्री वर्मा
खरगोन:- बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना को समय सीमा में पूर्ण कराने के लिए कलेक्टर श्री शिवराज सिंह वर्मा ने शुक्रवार को निरीक्षण किया। उन्होंने बाल्यापुरा स्थित पम्प हॉउस का निरीक्षण कर परियोजना के संबंध में पूरी जानकारी ली।
कलेक्टर श्री वर्मा ने प्रथम फेज और द्वितीय फेज के पूर्णता में हो रही देरी के कारणों के बारे में जाना। परियोजना के एसडीओ श्री आशीष शिवहरे ने जानकारी देते हुए परियोजना के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि प्रथम फेज का पूरा कार्य जून 23 तक तथा द्वितीय फेज का कार्य 31 जनवरी तक टेस्टिंग करना था। 29 जनवरी को द्वितीय फेज की टेस्टिंग के बाद आ रही समस्या को दुरुस्त किया जा रहा है।
परियोजना के द्वितीय फेज में अब केवल 62 बॉक्स लगाना बाकी है। जिंन्हे 15 मार्च तक लगा दिया जाएगा। कलेक्टर श्री वर्मा ने परियोजना से संबंधित पूरी जानकारी लेने के बाद समय सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए हैं अन्यथा सख्त कार्यवाही के लिए तैयार रहने को कहा है।
1100 किलोवाट बिजली होंगी उपयोग
- परियोजना के प्रभारी कार्यपालन यंत्री श्री शिवहरे ने जानकारी देते हुए कहा कि इस पम्प के पास से गुजर रही नहर के माध्यम से पम्प से पानी लिफ्ट किया जाएगा।
- इसके बाद पम्प से पानी पाइप लाइन के सहारे किसानों के खेतों में पहुँचाया जाएगा।
- किसानों के खेतों में लगने वाले बॉक्स प्रति 20 हेक्टेयर पर पर स्थापित होंगे।
- इस बॉक्स में ऐसी व्यवस्था है कि पानी को फिल्टर भी कर सकेगा। जो किसान ड्रिप के माध्यम से सिंचाई करते है तो किसी तरह की समस्या नहीं होगी।
- पम्प से प्रति घंटे के हिसाब से पानी लिफ्ट करने में 1100 किलोवाट बिजली की खपत होगी।
9 हजार हैक्टेयर भूमि होगी सिंचित
बलकवाड़ा माइक्रो उदवहन सिंचाई परियोजना से 9 हजार हेक्टेयर रकबा भूमि सिंचित होगी। इसमें प्रथम फेज में 6732 हेक्टेयर भूमि तथा द्वितीय फेज में 2268 हेक्टेयर रकबे को सिंचित किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत 97.36 करोड़ रुपये है।
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